बांके बिहारी मंदिर का रहस्य | वृंदावन ठाकुर जी की कहानी
बांके बिहारी मंदिर के वो राज जो किसी को नहीं पता
अगर आप वृंदावन के ठाकुर जी बांके बिहारी के दर्शन करने जा रहे हे तो सबसे पहले उनके बारे में वो राज पता कर लीजिये जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते है और आपको जानने में बहुत खुशी होगी, Banke Bihari Mandir कब बना था किसने बनवाया था,दर्शन करने का समय बांके बिहारी जी की पूरी कहानी आपको इस आर्टिकल में मिलने वाली है...
बांके बिहारी मंदिर का रहस्य
बांके बिहारी मंदिर किसने बनवाया था
बांके बिहारी मूर्ति जमीन से प्रकट हुई थी
ये बात बिलकुल सच है बांके बिहारी मंदिर में जो भगवान जी की मूर्ति आप लोग देखते है वो किसीने बनवाई नही थी स्वामी हरिदास की भक्ति से खुश होकर बांके बिहारी जी वृंदावन में प्रकट हुए थे वृंदावन में काले रंग की मूर्ति है जिसमे राधा और कृष्णा दोनों की छवि देखने को मिलती है
बांके बिहारी मंदिर में बार बार पर्दा क्यों लगाते हैं?
बांके बिहारी मंदिर में बहुत चमत्कार होते है उनमे से एक चमत्कार ये भी है जब भी आप बांके बिहारी मंदिर जायेंगे तो आप देखेंगे की आपको दर्शन टुकड़ों में कराए जाते है बार बार पर्दा लगा दिया जाता है वो इस लिए, एक बार बांके बिहारी जी के भक्त दर्शन करने के लिए आते है और बहुत प्रेम से मन लगाकर भगवान बांके बिहारी जी की मूर्ति को देखने लगते है, तब भगवान उस भक्त के प्रेम से खुश होकर उनके साथ ही चलने लगते है,जब पंडित जी को पता चलता है मंदिर में भगवान कृष्ण जी की मूर्ति नहीं है तो उन्होंने भगवान से बड़ी मनुहार की और वापस मंदिर में चलने को कहा,तब से आज तक बांके बिहारी जी की मूर्ति पर बार-बार पर्दा लगाने की परंपरा चली आ रही है.
बांके बिहारी नाम कैसे पड़ा
आपको पता स्वामी हरिदास जी श्री कृष्ण के बहुत पड़े भक्त थे हरिदास जी के एक शिष्य ने जब उनसे कहा की हमें भगवन जी के दर्शन करने है हरिदास जी दर्शन करने के लिए भक्ति में लीन हो गए और भगवान श्री कृष्ण और राधा जी ने उन्हें दर्शन दिए और उनके पास रहने की इच्छा जाहिर की, स्वामी हरिदास जी ने भगवान जी से कहा हमारे पास आपके लिए लंगोट है लेकिन माता राधा के लिए हमारे पास कोई आभूषण नहीं है हम सिर्फ संत है ऐसा सुन कर श्री कृष्ण और राधा एक होकर अपनी प्रतिमा प्रकट की हरिदास जी ने इनका नाम बांके बिहारी रखा.
बांके बिहारी के दर्शन करने का समय
Banke Bihari Mandir Timing: बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने का समय सुबह 7:45 पर श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। 7:55 ठाकुर बांके बिहारी की श्रृंगार आरती होगी, दोपहर 11 बजे ठाकुर बांके बिहारी को राज भोज लगाया जाया करेगा और आधे घंटे बाद 11:30 बजे फिर से ठाकुर जी के दर्शन कर पाएंगे। 11:55 बांके बिहारी जी के पट भी बंद हो जाएंगे।
शाम के समय ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए भक्तों को 5:30 बजे से रात 9:30 तक दर्शन कर सकते है
बांके बिहारी मंदिर में खास क्या है?
अगर आप कभी भी बांके बिहारी मंदिर गए होंगे तो आपने बहुत चीजे और अन्य मंदिरों से अलग देखी होंगी आप बांके बिहारी मंदिर के ठाकुर जी के जब दर्शन करते है तो आप ध्यान देना बार बार पर्दा लगा दिया जाता है
जवाब :-बांके बिहारी मंदिर सुबह 7:30 पर खुलता है
जवाब :- बांके बिहारी जी को दूध ,दही ,माखन बाल अवस्था से बहुत पसंद थे
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